随社

标题: 浣溪沙 [打印本页]

作者: 鲁智    时间: 2018-9-27 23:07
标题: 浣溪沙
古道花间人马稀。御香长舞惹相思。归途一曲紫云低。
独抱琴心寻古渡,醉吟离别几分痴。落花三五正沾衣。


作者: 火鸟    时间: 2018-9-27 23:23
你把琴心抱走咯…
作者: 火鸟    时间: 2018-9-27 23:24
意结句…
作者: 火鸟    时间: 2018-9-27 23:26
喜结句…
作者: 叶城    时间: 2018-9-27 23:54
独抱琴心寻古渡,琴心知道不???
作者: 萧無情    时间: 2018-9-28 11:49
鲁爷说:一边看着去。。。
作者: 萧無情    时间: 2018-9-28 11:49
鲁爷说:一边看着去。。。
作者: 萧無情    时间: 2018-9-28 11:49
鲁爷说:一边看着去。。。
作者: 萧無情    时间: 2018-9-28 11:49
鲁爷说:一边看着去。。。
作者: 教主    时间: 2018-9-28 12:28
  鲁大师进步明显。这首大有词味。
作者: 吉瞬    时间: 2018-9-28 12:50
话说紫云低三字明显泥古,也觉得鲁大现在味正。
作者: 跑堂    时间: 2018-9-28 22:19
  意达而篇紧,确有改观。。。
作者: 暗香疏影    时间: 2018-9-28 22:22
  大师写诗情绪高昂
作者: 沧海无言    时间: 2018-10-1 19:20
  结句细腻
作者: 风尘妖刀    时间: 2018-10-1 20:01
  拟古一途像模像样了
作者: 嗟来斋    时间: 2018-10-3 07:15
  最近几个,这个最好
作者: 结庐阅微人    时间: 2018-10-3 20:02
  篇幅构架不错,意境也具味道,感觉唯“御香长舞惹相思”句露了些




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